Pages

Tuesday, February 12, 2019

Kab se kab tak Song Lyrics In Hindi (हिंदी ) | Gully Boy | Ranveer Singh & Alia Bhatt | Divine & Naezy

कोई तो हो जो हमको हमसे दे मिला दे
कोई दीखा दे वो रस्ता
कोई तो हो जो हमको ये बाता दे
खुद से होते हैं खुद कैसे जुदा

मैं सबेसे पूछ के ये
कब से कब तक हमसे रगबत x (3)

आ कब से कब तक
आ कब से कब तक हमसे रगबत

मैं सोंचू हर घडी
ये सर चढी तलब है या
या इनकी बडबडी  पे दिल मेरा धड़क गया
ये बेसबर है आज
केहना चाहे तुझको कुछ
तूं मुजसे खुश तो बाट ले ना मेरा

हमको हमसे मिला दे
हमको हमसे मिला दे (2X)

है दोस्ती जो तुमसे कर ली
कब से हम जबसे
ये रोशनी है तब से
टूटे तारे रूठे रब से
क्या जादूगरी करी तूने है छोरी रे
चोरी किया दिल चोरी चोरी चोरी रे

क्या सपने हमने भी
साजा रखे हैं खुबसुरत
आशिकी है हद से ज्यादा
इश्क में हूं तेरे मूरख

मिला दे हमको हमसे
गम को ढंग से मेहसूस करूं
तेरे संग में तेरे सपने
अपने मेफूज़ रखु
मुजको चाहिये तेर इश्क का नशा
और तुझको चहिये
मेरे दिल के टुकडो का माज़ा
देखो मुकड़ो ना बाता दो मुजको
हाल-ए-दिल तुम्हारा भी
ठुकरो ना यूं रिश्ते को
तो जानो दिल हमरा भी

मैंने सबेसे पूछ के ये
कब से कब तक हमसे रगबत x (3)

आ कब से कब तक
आ कब से कब तक हमसे रगबत

ज़िन्दगी ज़हर का प्याला
पी लिआ पिया के नाम
जी गए तो दुनीया हारे
गिर गए गिरा के जाम
मुशकिलों से मुशकिलों की
मुश्कीलें संभाली है
मुशकिलों की कजरी गा के
काशतिन सँवारी है

हमने भी वफ़ा की हमने
हमने भी दगा की है
हमने ही जुदाई जीती
हमने ही सदा की है
हमने तुझको पाके खोया
हमने तुझको खोके पाया
हमने तेरे वास्ते
येह लिखदी है कव्वाली के
नज़रों के ये काले घेरे
इनमें ही समा लो ना
अपने में बना लो इनको
दे दो मुजको टालो ना

मैं छोड जाता दुनीया
लपता सा हो जो जाता
तो क्या तु खोजता
मैं सपने ओढ़ सो जो जाता
मैं रोक पाता खूद को
इस झमेले से तो
कहता ना यु तुझको
के तू मुझको अब अकेले छोड़

मैंने सबेसे पूछ के ये
कब से कब तक हमसे रगबत x (3)

आ कब से कब तक
आ कब से कब तक हमसे रगबत

No comments:

Post a Comment